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कवर्धा ग्राम पंचायत गुढ़ा के स्कूल में ध्वजारोहण समारोह के दौरान बड़ी लापरवाही, स्वतंत्रता दिवस के दिन छोड़े काले कबूतर

देशभर में आज़ादी का पर्व हर्षोल्लास और गौरव के साथ मनाया गया। हर जगह आन-बान-शान से तिरंगा फहराया गया। इसी बीच कबीरधाम जिले की एक ग्राम पंचायत गुढ़ा के स्कूल में आयोजित ध्वजारोहण समारोह के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है।

कवर्धा ग्राम पंचायत गुढ़ा के स्कूल में ध्वजारोहण समारोह के दौरान बड़ी लापरवाही, स्वतंत्रता दिवस के दिन छोड़े काले कबूतर

 

देशभर में आज़ादी का पर्व हर्षोल्लास और गौरव के साथ मनाया गया। हर जगह आन-बान-शान से तिरंगा फहराया गया। इसी बीच कबीरधाम जिले की एक ग्राम पंचायत गुढ़ा के स्कूल में आयोजित ध्वजारोहण समारोह के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है।

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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र क्रमांक 11 के जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति वीरेन्द्र साहू पहुँचे थे। उन्होंने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी, लेकिन इसके बाद जो दृश्य सामने आया उसने विवाद खड़ा कर दिया।

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🕊️ वीरेन्द्र साहू द्वारा स्वतंत्रता दिवस के दिन काले कबूतर छोड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

हालांकि, बाद में वीडियो को एडिट कर कबूतर को सफेद दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन वीडियो में साफ दिख रहा है कि उनके हाथों में काले कबूतर हैं।

 

ये वीडियो और पूरे कार्यक्रम का वीडियो वीरेंद्र साहू अपने सोशल मीडिया एकाउंट में पोस्ट खुद किया है 

 

गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस पर सदियों से सफेद कबूतर ही छोड़े जाते हैं, क्योंकि वे शांति, सौहार्द और भाईचारे के प्रतीक हैं। वहीं काला कबूतर नकारात्मकता, शोक, संघर्ष और अशुभता का प्रतीक माना जाता है। यही वजह है कि काले कबूतर छोड़ने पर सवाल उठ रहे हैं।

 

महत्वपूर्ण – वायरल वीडियो ।

अब बड़ा सवाल यह है कि —

क्या ऐसे गंभीर मामलों पर शासन-प्रशासन कोई कार्रवाई करेगा? या फिर इस गलती को नज़रअंदाज़ कर दिया जाएगा?

कांग्रेस नेता आनंद सिंह का बयान –

“गुढ़ा पंचायत के स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए गए वीरेंद्र साहू ने एक बड़ी चूक कर दी।

आज़ादी के इस पावन मौके पर जहाँ सफेद कबूतर छोड़े जाने चाहिए थे, वहाँ काले कबूतर छोड़कर इन्होंने राष्ट्रीय पर्व का अपमान किया है।

भाजपा ने सिर पर कबूतर बिठाए हुए हैं। अब देखना यह है कि प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी अपने जनप्रतिनिधि पर क्या कार्रवाई करती है।

अगर यही गलती किसी अधिकारी या कर्मचारी से हो जाती तो उस पर तत्काल कार्रवाई कर दी जाती।”

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