कवर्धा
मुख्यमंत्री के अपमान के विरोध में आदिवासी समाज का आक्रोश – ज्ञापन सौंप कर 24 घंटे में कार्रवाई की मांग
कवर्धा -सोमवार रात्रि लगभग 1 बजे, कांग्रेस कार्यकर्ता तुकाराम चंद्रवंशी द्वारा घायल गाय को लेकर कवर्धा जिला पशु चिकित्सालय लाया गया। रात्रिकालीन चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध न होने पर आक्रोशित होकर उन्होंने समीप में लगे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के पोस्टर पर गोबर लगा कर उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक किया।
इस घटना को आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री और पूरे समाज का अपमान बताते हुए गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। आदिवासी समाज के सैकड़ों लोगों ने आज कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचकर ज्ञापन सौंपा और मांग कि तुकाराम चंद्रवंशी के खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम एवं भारतीय दंड संहिता की उपयुक्त धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारी की जाए।
यदि समयसीमा में कार्यवाही नहीं की जाती है तो आदिवासी समाज उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी, छत्तीसगढ़ राज्य के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री हैं, और इस प्रकार का कृत्य न केवल एक जनप्रतिनिधि का अपमान है, बल्कि संपूर्ण आदिवासी समाज की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाला है।
समाज के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार आदिवासी समाज के गौरव श्री विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह केवल एक राजनीतिक उपलब्धि नहीं, बल्कि संपूर्ण आदिवासी समाज की ऐतिहासिक पहचान, गरिमा और सम्मान का प्रतीक है। किन्तु दुःख और आक्रोश का विषय है कि कवर्धा नगर में तुकाराम चंद्रवंशी नामक व्यक्ति ने खुले आम सार्वजनिक चौराहे पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के पोस्टर पर घृणित और अपमानजनक कृत्य करते हुए उनके चेहरे पर *गोबर पोत दिया। यह कार्य न केवल मुख्यमंत्री का व्यक्तिगत अपमान है, बल्कि समूचे आदिवासी समाज की अस्मिता और गौरव पर सीधा हमला है।
आदिवासी समाज ने हमेशा संविधान की मर्यादाओं, कानून के राज और लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान किया है। किंतु इस घटना से आदिवासी समाज की भावनाएँ गहराई से आहत हुई हैं। यह कृत्य योजनाबद्ध और समाज को नीचा दिखाने की मानसिकता से प्रेरित प्रतीत होता है। अतः आरोपी तुकाराम चंद्रवंशी पर तत्काल एफ.आई.आर. दर्ज कर कठोर दंडात्मक कार्रवाई करना आवश्यक है। यदि दोषी पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो यह अन्य असामाजिक तत्वों को भी समाज और शासन के विरुद्ध अनैतिक कृत्य करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
समाज के गौरव आदिवासी मुख्यमंत्री का ऐसा अपमान समाज कभी बर्दास्त नहीं करेगा |इस घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन को बिना देरी के उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
सैकड़ो की संख्या में कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देने पहुचे आदिवासी समाज लोगो में प्रमुख रूप से विदेशी राम धुर्वे ,राजेश छेदावी ,हेमंत ठाकुर ,पूरण धुर्वे ,संतराम धुर्वे ,मनोहर ,बिहारी धुर्वे ,इश्वरी धुर्वे ,मोहन धुर्वे ,चैन सिंग धुर्वे ,लाला राम धुर्वे ,मनोहर धुर्वे ,राजेन्द्र कुंजम ,सुनीता कुंजम ,भगवंती मरकाम ,काशीराम ,भरत ,प्यारे मरकाम ,शिवचरन सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे |