🏠 एक सपना पक्के घर का, जो हो रहा पूरा
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयासों से जिले के 60,184 से अधिक परिवारों को मिला अपना पक्का आवास
📅 कवर्धा, 29 अक्टूबर 2025

रोटी, कपड़ा और मकान जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने परिवार को सुरक्षित छत देने का सपना देखता है। लेकिन आर्थिक सीमाओं के कारण ग्रामीण अंचलों में यह सपना अधूरा रह जाता है।
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के अथक प्रयासों और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से यह सपना अब वास्तविकता बन रहा है। कबीरधाम जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के अंतर्गत अब तक 60,184 से अधिक आवास स्वीकृत हो चुके हैं। इनमें हजारों परिवार अपने नए पक्के घरों में बस चुके हैं।
—
🏡 प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) — घर, सुरक्षा और सम्मान
उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व में दिसंबर 2023 से 59,280 परिवारों को आवास देने का लक्ष्य तय किया गया था।
अब तक 50,559 ग्रामीण परिवारों को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हो चुके हैं।
इन आवासों पर प्रति परिवार ₹1.20 लाख की लागत आई है।
सिर्फ डेढ़ वर्ष में 24,320 आवासों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 26,239 आवासों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
पैसा सीधे हितग्राही के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से जारी किया जा रहा है।
कुछ पंचायतों की उपलब्धियां इस प्रकार हैं:
ग्राम खैरबनाकला – 222 में से 179 आवास पूर्ण
राजानवागांव – 190 में से 151
खारा – 198 में से 107
मंडलाटोला – 146 में से 109
केसली – 139 में से 123
कुआंमलगी – 219 में से 161
पेंड्रीखुर्द – 185 में से 128
सुकतरा – 110 में से 105
—
🌄 जनमन आवास योजना — बैगा परिवारों के सपनों को मिला पंख
विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के परिवारों को मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से
कबीरधाम जिले को राज्य में सर्वाधिक जनमन आवास स्वीकृति प्राप्त हुई है।
कुल 9,625 बैगा परिवारों के लिए आवास स्वीकृत
प्रति परिवार ₹2 लाख की लागत
अब तक 3,513 परिवारों के घर पूर्ण
इन घरों के साथ ही परिवारों को 95 दिवस का रोजगार (मनरेगा से), शौचालय, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड और महतारी वंदन योजना का लाभ भी मिला है।
उल्लेखनीय पंचायतें:
केसामर्दा – 272 में से 118 घर पूर्ण
ढोलबज्जा – 248 में से 164
लूप – 241 में से 109
तेलियापानी लेदार – 384 में से 84
अमनिया – 333 में से 85
भेलकी – 239 में से 85
डालामहुआ – 240 में से 90
—
📈 “आवास के साथ अन्य योजनाओं का भी लाभ” – कलेक्टर गोपाल वर्मा
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि आवास योजना से जुड़े हितग्राहियों को महात्मा गांधी नरेगा के तहत
90 से 95 दिवस का रोजगार मिल रहा है।
प्रति दिवस ₹261 की दर से मजदूरी, औसतन ₹24,000 का भुगतान सीधे खाते में।
साथ ही उन्हें आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन, नल-जल योजना और
महतारी वंदन योजना के अंतर्गत आर्थिक सहयोग भी प्राप्त हो रहा है।
—
👩🌾 “डीलर दीदी और आजीविका मिशन बना सशक्तिकरण का जरिया” – सीईओ अजय त्रिपाठी
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि
बिहान योजना की महिला समूह ‘डीलर दीदी’ के रूप में उभरी हैं।
वे सेंट्रिंग प्लेट और बिल्डिंग मटेरियल ग्रामीणों को सस्ते दर पर उपलब्ध करा रही हैं,
जिससे उनकी आजीविका सशक्त हो रही है।
इसके अलावा, मनरेगा के तहत पशु शेड, कूप, डबरी निर्माण और कुकुट-बकरी पालन जैसी गतिविधियों से
ग्रामीण अब आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
—

🌟 निष्कर्ष
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के संयुक्त प्रयासों से
कबीरधाम जिले में पक्के घरों का सपना अब साकार हो रहा है।
प्रधानमंत्री आवास और जनमन आवास योजनाओं के माध्यम से न केवल हजारों परिवारों को सुरक्षित छत मिली है,
बल्कि उन्हें सम्मान, रोजगार और आत्मनिर्भरता की नई राह भी प्राप्त हुई है।





